झूलन गोस्वामी: भारतीय क्रिकेट लीजेंड की प्रेरणादायक यात्रा झूलन गोस्वामी एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं और भारतीय राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान भी हैं। उन्हें महिला क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज़ गेंदबाज़ों में से एक माना जाता है। By Lotpot 09 Jul 2024 in Lotpot Personality New Update झूलन गोस्वामी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 झूलन गोस्वामी: भारतीय क्रिकेट लीजेंड की प्रेरणादायक यात्रा:- भारत के पास योग्यताओं का असीमित भण्डार है। बात चाहे खेलों की हो, चाँद पर जाने की हो, या फिर किसी भी क्षेत्र की चरम उपलब्धियों को पाने की हो भारत अपनी योग्यतों से पूरे विश्व को समय समय पर आश्चर्यचकित करता रहा है। और यह सब हासिल करने के पीछे भारत वासियों की कभी हार ना मानने वाली सोच, मेहनत और लगन का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से भारतीय महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। हम बात कर रहे हैं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मीडियम पेस बॉलर और बैट्समैन झूलन गोस्वामी के बारे में, जिन्होंने अपनी गेंदबाज़ी और बैटिंग से भारत को कई बार जीत दिलाई है। तो आइये जानते हैं उनके सफर के बारे में। जन्म और शुरुआती जीवन:- झूलन गोस्वामी का पूरा नाम झूलन निशित गोस्वामी है, इनका जन्म 25 नवंबर 1982 को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के चकदाहा में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम निशित गोस्वामी और माँ का नाम झारना गोस्वामी है। बचपन में झूलन फुटबाल की तरफ काफी आकर्षित होती थीं मगर जब उन्होंने 1992 का क्रिकेट विश्व कप टी.वी. पर देखा तो उनका रुझान क्रिकेट की तरफ हो गया और 15 साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। उस वक़्त चकदाहा में क्रिकेट की सुविधाएं न होने की वजह से वे खेलने के लिए कोलकाता आ गईं। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आगमन:- उनकी ट्रेनिंग ख़त्म होने के कुछ दिनों के अंदर ही उन्हें बंगाल महिला क्रिकेट टीम से बुलावा आ गया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और सिर्फ 19 साल की उम्र में उन्होंने एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इंगलैंड के खिलाफ अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। उन्होंने टेस्ट में अपना पहला मैच 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला। टीम का नेतृत्व:- 2006 में, उन्हें नेतृत्व की भूमिका के लिए चुना गया, जब उन्हें इंग्लैंड दौरे से पहले भारतीय टीम का उप-कप्तान बनाया गया। उन्होंने भारत को टेस्ट सीरीज़ जीतने में मदद की, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ उनकी पहली जीत भी शामिल थी। उन्होंने लीसेस्टर (Leicester) में पहले टेस्ट में नाइटवॉचमैन के रूप में अर्धशतक बनाया और टॉन्टन में दूसरे टेस्ट में 78 रन देकर 10 विकेट लिए जिसमें उन्होंने पहली पारी में 33 रन देकर 5 विकेट और दूसरी पारी में 45 रन देकर 5 विकेट लिए। इसके अलावा, 2007 में, उन्हें ICC महिला प्लेयर ऑफ़ द ईयर का पुरस्कार भी दिया गया। इसके तुरंत बाद, वह भारतीय टीम की कप्तान बन गईं। उन्होंने 2008 में मिथाली राज से कप्तानी संभाली और 2011 तक टीम की कप्तान रहीं। उपलब्धियां:- वह 2008 में वनडे क्रिकेट में 100 विकेट तक पहुँचने वाली चौथी महिला भी बनीं। उन्हें 2010 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया और वह पद्म श्री पाने वाली दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं। वह फरवरी 2018 में एक दिवसीय क्रिकेट में 200 विकेट तक पहुँचने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनीं। मई 2017 में वह वनडे में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी बनीं, जब उन्होंने ओवल में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपना 181वाँ विकेट लिया। वह 2017 महिला क्रिकेट विश्व कप के फ़ाइनल में पहुँचने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा रहीं। उन्होंने सितंबर 2018 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 300वाँ विकेट लिया। उन्हें नवंबर 2020 में ICC महिला वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द डिकेड पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। उन्होंने अपने 20 वर्षों के करियर में सभी प्रारूपों में 340 अंतर्राष्ट्रीय विकेट लिए। गोस्वामी को मई 2021 में इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ़ एकमात्र मैच के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया गया। जनवरी 2022 में न्यूज़ीलैंड में होने वाले 2022 महिला क्रिकेट विश्व कप के लिए भी उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया था। गोस्वामी ने सितंबर 2022 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया, उन्होंने अपना अंतिम मैच लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ़ खेला। कोचिंग कार्यकाल:- अपनी रिटायरमेंट के बाद, उन्हें मुख्य कोच रमेश पोवार के साथ भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए गेंदबाजी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। वह भारतीय टीम में खिलाड़ी कोच के रूप में काम कर रही हैं। पुरस्कार, सम्मान और खिताब:- ICC महिला क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर (2007) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान (2008-2011) सबसे तेज़ गेंदबाज़ अर्जुन पुरस्कार (2010) पद्म श्री (2012) सबसे ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट लेने वाली खिलाड़ी इन्हें भी जानें:- भारत के वन पुरुष जादव मोलाई पायेंग Public Figure: प्रख्यात समकालीन भारतीय लेखक रस्किन बॉन्ड Public Figure: क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज मुरलीधरन Public Figure: क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान कपिल देव #Jhulan Goswami #Women's cricket legend #Jhulan Goswami achievements #Jhulan Goswami's impact on women's cricket #झूलन गोस्वामी #Fast bowler #तेज गेंदबाज #झूलन गोस्वामी की उपलब्धियां #महिला क्रिकेट पर झूलन गोस्वामी का प्रभाव #Jhulan Goswami Biography You May Also like Read the Next Article